मंगलवार, 2 सितंबर 2025

सिंधिया बने मध्य प्रदेश क्रिकेट के नए अध्यक्ष

 महानार्यमन सिंधिया का मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुना जाना प्रदेश के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी के प्रतिनिधि के रूप में 29 वर्षीय महानार्यमन अब एमपीसीए की कमान संभालेंगे और 68 साल के इतिहास में सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने हैं.

सिंधिया परिवार की विरासत

मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ में सिंधिया परिवार का लंबा इतिहास रहा है। उनके दादा माधवराव सिंधिया और पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों ही पहले एमपीसीए अध्यक्ष रह चुके हैं। क्रिकेट में ग्वालियर के राजघराने का योगदान शुरू से रहा है – माधवराव सिंधिया न केवल अध्यक्ष बने बल्कि स्वयं क्रिकेटर थे.

उनके निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह पद संभाला और लंबे समय तक प्रदेश क्रिकेट को दिशा दी। अब तीसरी पीढ़ी के नायक के रूप में महानार्यमन का मैदान में आना न केवल नवाचार है, बल्कि वह युवा नेतृत्व और ऊर्जा का प्रतीक हैं.



निर्विरोध चुनाव और कार्यकारिणी

एमपीसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन में महानार्यमन सिंधिया ही इकलौते उम्मीदवार थे, जिससे उनका निर्विरोध चुना जाना तय हो गया। कार्यकारिणी के सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ - उपाध्यक्ष विनीत सेठिया, सचिव सुधीर असनानी, संयुक्त सचिव अरुंधति किरकिरे, कोषाध्यक्ष संजीव दुआ और अन्य सदस्य शामिल हैं। यह चुनाव दो सितंबर 2025 को वार्षिक साधारण सभा में औपचारिक घोषणा के साथ संपन्न हुआ. 

क्रिकेट प्रशासन में योगदान

महानार्यमन सिंधिया ने वर्ष 2022 से ग्वालियर संभाग क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई है। इसके अलावा, उन्होंने मध्यप्रदेश लीग (एमपीएल) की शुरुआत कर प्रशासनिक क्षमता का प्रदर्शन किया। एमपीएल प्रदेश का पहला फ्रैंचाइज़ी टी20 लीग है, जिसे ग्वालियर से लॉन्च किया गया। यह राज्य के युवाओं को मंच देता है, जिससे युवा प्रतिभाएं उभर सकें.

एमपीसीए का आजीवन सदस्य बनने के बाद महानार्यमन ने अप्रैल 2024 में एमपीएल का पहला सीजन कराया। छोटे शहरों की प्रतिभाओं को नई पहचान दिलाने की उनकी योजना बहुत सराही गई.

अध्यक्ष के रूप में प्राथमिकताएँ

महानार्यमन सिंधिया ने एमपीसीए अध्यक्ष बनने के बाद अपनी प्राथमिकताओं में युवा खिलाड़ियों की खोज, प्रशिक्षण, पारदर्शिता और आधुनिक सुविधाओं को शामिल किया है। उनकी सोच है कि जिला स्तर से प्रदेश स्तर तक खिलाड़ी लाइए जाएं और उन्हें राष्ट्रीय पहचान दिलाई जाए.

उनके नेतृत्व में पहला बड़ा आयोजन 2025 महिला वनडे विश्व कप के मैचों की मेजबानी हो सकती है – इसके लिए होल्कर स्टेडियम समेत सभी सुविधाओं का उन्नयन जरूरी है। आने वाले समय में वे अत्याधुनिक तकनीक, फिजिकल और मेंटल ट्रेनिंग, युवा खिलाड़ियों के चयन में पूर्ण निष्पक्षता को अपनाएंगे.

चुनौतियाँ और अपेक्षाएँ

एमपीसीए के सामने कई चुनौतियाँ हैं – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजन, घरेलू ढांचे की मजबूती, जिलों से प्रतिभाओं को लाना, ग्राउंड्स की सुविधाओं को सुधारना, और ईमानदार प्रशासन। महानार्यमन को यह सब विरासत में मिला है, लेकिन उन्हें अपनी युवा सोच, उत्साह और आधुनिक दृष्टिकोन से संघ में नए सुधार लाने होंगे

प्रदेश के क्रिकेट प्रेमियों, खिलाड़ियों, कोच, स्टाफ और प्रशासकों को महानार्यमन से काफी उम्मीदें हैं। छात्र क्रिकेट, ग्रामीण खेलों और महिला क्रिकेट को भी वे नए मुकाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 

निष्कर्ष : भविष्य का नया दौर

महानार्यमन सिंधिया का एमपीसीए अध्यक्ष निर्विरोध चुना जाना माध्यम प्रदेश क्रिकेट के लिए नई ऊर्जा की सौगात है। सिंधिया परिवार की विरासत, युवा नेतृत्व और आधुनिक संसाधनों के साथ वे राज्य के क्रिकेट को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने की भूमिका निभाएंगे 

उनका यह सफर प्रदेश के खिलाड़ियों, प्रशासकों और क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा और उम्मीदों का प्रतीक होगा। अब देखना है कि महानार्यमन की कप्तानी में एमपीसीए कितनी ऊंचाइयों को छूता है और मध्यप्रदेश क्रिकेट के नये युग का आरंभ कैसे होता है. 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप 2025 का फाइनल टिकट पक्का किया

शीर्षक: भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप 2025 का फाइनल टिकेट पक्का किया परिचय आज का मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी उत...