महाराष्ट्र में एक नए खेल को लाने की तैयारी
आज महाराष्ट्र में एक नए खेल का जन्म हुआ है, यह खेल कोई नया खेल नहीं है, बल्कि यह वर्षों से महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में पारंपरिक त्योहारों में खेला जाता है। पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में खेलों में काफी उथल-पुथल मची हुई है और अब एक और नया अध्याय जुड़ने को तैयार है, अब महाराष्ट्र दही हांडी गली प्रतियोगिता को राज्य स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है और इसमें महाराष्ट्र सरकार इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे। महाराष्ट्र सरकार में गोविंददास को नौकरी और सभी गोविंदाओं को 10 लाख तक जीवन सुरक्षा देने का फैसला किया गया है। इस खेल को प्रो दही हांड़ी के नाम से जाना जाएगा।
आज भारत में लगभग कई सौ से ज्यादा खेल संघ चल रहे हैं, जिनमें से केवल 56 खेल महासंघ हैं, जिनको राष्ट्रीय खेल महासंघ ने अपनी मान्यता दी है। बाकि भारत में कई फेडरेशन है जो आज सम्पूर्ण तरीके से चली जा रही है जिनके सोसायटी एक्ट में रजिस्ट्रेशन और कई सरकारी कागजात में भी है जिसके तहत नेशनल और स्टेट लेवल की प्रतियोगिता करवाई जा रही है। बहुत से खेल के जानकारों का कहना है की आज भारत में इस खेल का भारत में उतना भविष्य नहीं है शायद ये खेल बस स्थानीय ही रह जाएगा , इसका अभी तक कोई इंटरनॅशनल बॉडी नहीं है ना ही कोई बड़ा चेहरा इसके साथ काम कर रहा है।
इस खेल को जन्मआष्ट्मी को मुख्य तौर पर खेला जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 5 सालो में लगभग 125 से ज्यादा खिलाडी में खेल के दौरान चोटिल हुए है इस खेल संघ के लिए सबसे बड़ी समस्या रहेगी। देखना ये होगा की इस पर खेल महासंघ क्या फैसला लेगी।

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