मंगलवार, 31 मई 2022

खेल के प्रतियोगिता के नाम पर लिए जा रहे है : मोटी रकम

पिछले 20 सालो में  खेल में  कई बदलाव हुए कई नए खेल ने खेल जगत में आई और अपना नाम किया और उनके खिलाडी ने देश दुनिया में अपना नाम और अपने नाम का लोहा सारी दुनिया को मनवाया है।  20 सालो में ना जाने  ओलिंपिक में भारत के अनेक तालिका में भी बहुत ही सुधार हुआ है और आने वाले समय और भी सुधार की उम्मीद है, लेकिन इसके साथ खेल की कई फेडरेशन बनी जो खेल के आयोजन और खेल खिलाडी की वव्यस्था को चलने के लिए बनी। इनमे ज्यादातर फेडरेशन सोसायटी में अपना रजिस्ट्रेशन करावा कर खेल के प्रतियोगिता का आयोजन करवा रही है , इन सभी फेडरशन मे सभी को उनके दबदबे के अनुसार पद दिया जाता है इनमे से कुछ ऐसे लोग भी होते है जिन्होंने कभी भी कोई भी खेल में कभी भी राज्य का भी प्रतिनिधि भी नहीं किया होता है देश और सभी खेल में ऊचे पद पर आ जाते है, इनके कई सारे प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिमे खिलाडी को मैडल सर्टिफिकेट भी दिए जाते है लकिन उनके लिए खिलाडी को बहुत ही मोटी रकम देनी पड़ती है सामान्य स्टेट लेवल इवेंट की  फीस तक़रीबन 1500 से 2000 रूपये होती है, और फिर उन खिलाडी को झांसा दिया जाता है की इस प्रतियोगिता का सर्टिफिकेट के आधार पर अगर सरकारी नौकरी में लेने के लिए जाते है तो उन्हें सरकारी नौकरी मिल जाएगी लेकिन कई बार  खिलाडी को मायूसी देखने को मिलती है। हर साल खेल मंत्रालय मान्यता प्राप्त खेलो की सूची निकलता है इस साल के मान्य प्राप्त खेल की सूची ये है   
 

            अमर उजाला द्वारा प्राप्त लेख
                                                                                         
कई बार खिलाडी से इन खेल के नाम पर भी नेशनल लेवल के प्रतियोगिता के और इंटरनेशनल लेवल प्रतियोगता के नाम पर भी मोटी रकम ली जाती है, जिसमे नेशनल लेवल प्रतियोगिता की फीस 7000 से 10,000 तक ली जाती है  जिसमे कई बार खिलाड़ी को अपने रहने का खुद इंतजाम किया जाता है और इंटरनेशनल लेवल के नाम पर नेपाल भूटान थाईलैंड हांगकांग  जैसे जगह पर लेकर जाया जाता है और उनसे लगभग 40 हजार  लेकर 70 हजार लिया जाता है जिसमे आयोजक वही  छोटे अकादमी के खिलाडी से खिलाडी का मैच करवा कर उन्हें इधर उधर घुमा कर लेकर आ जाते है। ऐसा नहीं है पैसे लेकर सिर्फ इस तरह के फेडरेशन करती यही बल्कि कई बार ऐसे काम में कुछ ऐसे भी फेडरेशन है जो 50 सालो से भी ज्यादा समय काम कर रही है। ये फेडरेशन मान्यता प्राप्त है फिर इनके प्रतियोगिता में स्टेट लेवल में 1000 रूपये प्रतियोगिता की फीस 250 रु खिलाडी का रजिस्ट्रशन साथ में खेलने के लिए भरा जाने वाला प्रतियोगिता का फार्म के 100 स्टेट संघ को देता है। अगर वो खिलाडी नेशनल के लिए क्वालिफाइड कर लेता है तो उसे 4500 से 6000 रु नेशनल की फीस देना पड़ता है जिसमे उसे फेडरेशन के तरफ से कोई भी सहायता नहीं मिलती है।  खिलाडी को रहने और खाने के लिए चयनित होटल का नंबर दिया जाता है।  जिससे फेडरेशन के पद अधिकारी उस में से भी अपना कमिशन ले सके।  अगर कोई खिलाडी या कोई कोच इस काम का विरोध करता है तो उसे अमान्य कोच बता कर फेडरेशन से निकल दिया जाता है। 

                                                                  गूगल द्वारा प्राप्त                                                                                                                                                                                       
आखिरकार खेल मंत्रालय हर खेल को और भी सुचारु रूप से चलने का प्रयास कर रहा है लेकिन अभी कई खेल के पद अधिकारी को और भी मेहनत की जरुरत है जिससे खिलाडी को नेशनल लेवल प्रतोयोगिता में कोई भी फीस नहीं देना पड़े। 
इस आर्टिकल में दी गई सभी जानकारी खेल से जुड़े लोगो तथा गूगल  से ली गई है , इसमें लेख कर्ता की कोई व्यक्तिगत मंशा नहीं है  


  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप 2025 का फाइनल टिकट पक्का किया

शीर्षक: भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप 2025 का फाइनल टिकेट पक्का किया परिचय आज का मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी उत...