गुरुवार, 19 जनवरी 2023

विनेश फोगाट ने लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप

 विनेश पर किया गया मानसिक उत्पीड़ा




भारतीय रेसलर विनेश फोगट पहचान की मोहताज नहीं है , लेकिन ऐसे क्या हुआ की आज वही खिलाडी दिल्ली के जंतर मंतर पर आज धरना देकर बैठी है सिर्फ  कई  कुश्ती  खिलाडी आज दिल्ली में जंतर मंतर में बैठे हुए है। कल सभी खिलाड़ी दिल्ली जंतर मंतर पर धरना देकर हुए है। प्रेस से बात  दौरान विनेश बताया की ओलिंपिक में कई तरीके से मानसिक यातना दी गई और कई अलग अलग तरीके से। उन्होंने बताया कि जब वह ओलंपिक के दौरान अपने मैच खेल रही थी तब उन्हें उनके किसके माध्यम से उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी गई और यह कहा गया कि यह किस भारतीय संघ द्वारा नहीं दी गई है और आप इसे पहनकर नहीं खेल सकती उन्होंने उन सभी बातों पर ध्यान ना देकर अपनी व्यक्तिगत रूप से खेलना पसंद किया और कल मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह कहा कि वह की क्वालिटी बहुत ही घटिया थी जिसे कोई भी खिलाड़ी पहनकर नहीं खेल सकता था और ओलंपिक के द्वारा अपना पूरा ध्यान सिर्फ अपने खेल पर रखना चाहते थे ना कि बाहरी बातों पर . रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के दिए गए किट से नहीं  खेलने के वजह से विनेश फोगाट पर नेशनल इंटरनेशनल मैच खेलने पर बैन लगा दिया गया मीडिया से बातचीत के दौरान दिनेश ने यह भी कहा कि उन्हें फ़ोन  कर कर और नेशनल कैंप के दौरान मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था. कल विनेश फोगाट ने यह आपबीती सारे मीडिया के सामने रो रो कर बताएं और उन्होंने यह मांग की है कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह को उनके पद से जितनी जल्द नहीं हटाया गया यह धरने को करते रहेंगे | 






कौन कौन है खिलाडी मौजूद है 

अकेले विनेश फोगाट भी इसका विरोध नहीं कर रही बल्कि और भी कई नामी-गिरामी रेसलर इस धरने का पक्ष में है जिसमें एक पड़ा नाम साक्षी मलिक का भी है जो मौजूदा समय में भारतीय रेसलिंग की स्टार खिलाड़ी हैं 2016 ओलंपिक की ब्रोंज मेडल से और एक और बड़ा नाम है बजरंग पूनिया टोक्यो ओलंपिक  के मेडलिस्ट इस धरने में दिखे और भी कई सारे खिलाड़ी दिखे जिनमें सत्यव्रत कादयान अंशु मालिक  विनेश फोगाट जैसे कई खिलाड़ियों ने इस धरने का सपोर्ट किया। सभी खिलाड़ियों ने यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह पूरे भारत देश के कुश्ती के खिलाड़ियों को जंतर-मंतर पर बुला लेंगे क्योंकि उन्होंने इस बार यह कहा है कि हम सभी अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह से परेशान हैं क्योंकि उन्होंने मनमाना तरीके से काम किया है और खिलाड़ी को मानसिक प्रताड़ना और लगातार उन पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं और फोन कर कर धमकी दी जाती है कि अगर तुमने यह नहीं किया तो तुम्हारे साथ बहुत कुछ हो सकता है।  




क्या है रेसलर मांग 



सभी रेसलर की सिर्फ एक ही मांग है कि वह अब अध्यक्ष पद पर बृजभूषण शरण सिंह को नहीं देखना चाहते क्योंकि उन्होंने लगातार खिलाड़ियों पर प्रताड़ना और अलग-अलग तरीकों से उन पर प्रतिबंध लगाने का काम किया है और कभी भी रस्टलिंग जगत पर कोई ऐसा बड़ा काम नहीं किया जिससे सभी रिपोर्ट पर गर्व करें आज भारतीय रेसलिंग फेडरेशन एक बहुत बड़ा दाग मानते हैं क्योंकि अपने बाहुबल का प्रयोग किया है हाल ही में कुछ दिन पहले किया था।  बृजभूषण शरण सिंह ने एक खिलाड़ी को भरी सभा में थप्पड़ मार कर अपमानित किया था और पहली बार नहीं है जब बृजभूषण शरण पर कोई इल्जाम लगे हो ऐसे कई बार कई बार कई बार उन्हें अपमानित करते आ रहे हैं और यही वजह है कि आज भारतीय टीम के सभी जाने-माने गिरामी खिलाड़ी विरोध में खड़े हो गए हैं और उनकी बात नहीं मानी गई तो जल्द ही पूरे भारत के सभी खिलाड़ियों को जंतर मंतर पर बुला लेंगे और इसको प्रधानमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी गौरतलब यह लड़ाई व्यक्तिगत गई है और एक संघ के अध्यक्ष के साथ हो गई है तो देखना ही होगा कि कौन जीतेगा।


सोमवार, 9 जनवरी 2023

मार्शल आर्ट के नाम पर चल रही है लूट

 सोसाइटी एक्ट में रजिस्ट्रशन करवा कर खुद को मान्यता प्राप्त फेडरेशन बताना 

आज भारत में कई सारे फेडरेशन है और अलग लग खेल में काम कर रहे है सभी खुद को मान्यता प्राप्त फेडरेशन कहते है।  क्योकि सभी ने खुद को सोसाइटी एक्ट में खुद को रजिस्ट्रशन करवा लेते है और उसके नाम पर हर साल लाखो की लूट करते है , जिसमे इन फेडरेशन में एक मान्यता प्राप्त फेडरेशन की तरह सभी नियम का पपालन किया जाता है। अध्यक्ष महासचिव और बाकि सभी पद भी ज्यादातर इन्ही के जान पहचान के लोगो ये पद दिए  जाते है।  इनके समय समय पर स्टेट नेशनल और बाकि सभी प्रतियोगिता करवाई जाती है। जिसके नाम पर खिलाड़ी से स्टेट के नाम पर 1000 से लेकर 1500 की राशि लिया  नेशनल के नाम पर 6000 से लेकर 25000 हजार तक की राशि ली जाती है और उसमे खिलाड़ी को गिने चुने खिलाड़ी से उनका मैच करवा जाता है और मैडल सर्टिफिकेट देकर उन्हें खुश किया जाता है। 


नेशनल में प्रतियोगिता में दूसरे देश के खिलाड़ी क्या खेल सकते है.

 भारत में आज कल एक नया ही चलन ही शुरू हो रखा है जहाँ भारत के खिलाड़ी से लुट तो चल ही रहे है लेकिन अब इस चलन में अब धीरे धीरे इंटरनेशनल लेवल पर रहा है जिसमे सबसे ज्यादा चलन जो  वो मार्शल आर्ट खेलो में ज्यादा तर हो रहा है। जहाँ इनका लूट भारत में चल ही रहा है लेकिन अब इनका लूट इंटरनेशनल लेवल पर भी चल रहा हैं  और इसका सबसे  ज्यादा शिकार बनते है नेपाल  मलेशिया और थाईलैंड श्रीलंका बांग्लादेश और बाकि के दक्षिण एशिया के देशो को चुना जाता है।  कई बार इन फेडरेशन के चैंपियनशिप के भारत में और कई बार इनके चैंपियनशिप दक्षिण एशिया में करवाए जाते है।  जिसके नाम पर खिलाड़ी  से 30 हजार  लेकर 1.50 लाख  तक वसूला जाता और सरकारी नौकरी में इन सर्टिफिकेट को लगा सकते है ऐसा भी इनको झांसा दिया जाता है।  लेकिन एक सवाल जो है क्या नेशनल लेवल  चैंपियनशिप में कोई इंटरनेशनल टीम हिस्सा ले सकती है नीचे दिये फोटो को आप ध्यान  से देखो और बताइये इन फेडरेशन को सरकार को प्रतिबंधित करना चाहिए या नहीं  

इस फोटो को आप ध्यान से देखे और बताइये इसमें लिखा है की ये किसी मार्शल आर्ट का नेशनल लेवल का चैंपियनशिप है जिसमे एक खिलाड़ी ने नेपाल का झंडा हाथ में लेकर रखा है इससे ये पता चलता है की ये टीम नेपाल की है और ये सभी खिलाडी नेपाल के है।  क्या भारत में ऐसे फेडरेशन को बंद करना चाहिए जो खिलाडी को लूट रहे और भारत देश का नाम इंटरनेशनल लेवल पर बदनाम कर रहे है।  
 

भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप 2025 का फाइनल टिकट पक्का किया

शीर्षक: भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप 2025 का फाइनल टिकेट पक्का किया परिचय आज का मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी उत...